IPS Story : मुंबई में हुए 26/11 हमले के गुनाहगार आतंकी तहव्वुर राणा को अमेरिका से भारत लाने में कई आईपीएस शामिल थे. जिनमें आईपीएस आशीष बत्रा का नाम खासतौर पर सुर्खियों में है, क्योंकि उन्होंने इस टीम को लीड किया. तेज-तर्रार पुलिस अधिकारी बत्रा एनआईए यानी नेशनल इन्वेस्टिगेटिव एजेंसी के आईजी हैं.
आईपीएस आशीष बत्रा 1997 बैच, झारखंड कैडर के आईपीएस हैं. साल 2019 से वह प्रतिनियुक्ति पर केंद्र सरकार में सेवाएं दे रहे हैं. पहले उन्हें पांच साल के लिए एनआईए में भेजा गया था. बाद में उनका टेन्योर दो साल के लिए बढ़ा दिया गया.
साल 1972 में जन्मे आशीष बत्रा मूलत: हरियाणा के रहने वाले हैं. उन्होंने बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग की डिग्री ली है. बत्रा झारखंड में नक्सलियों के खिलाफ भी ऑपरेशन चला चुके हैं. साल 2018 में उन्हें झारखंड जगुआर का आईजी बनाया गया था. यह आंध्र प्रदेश के ग्रेहाउंड्स की तरह का स्पेशल टास्क फोर्स है. इस फोर्स के जवान गुरिल्ला जंग में महारथी माने जाते हैं.
गृह मंत्रालय ने खुद की थी मांग
आईपीएस बत्रा तेज-तर्रार और जांबाज आईपीएस अधिकारी माने जाते हैं. उनके काम को देखते हुए केंद्रीय गृह मंत्रालय ने खुद झारखंड सरकार से उन्हें मांगा था. इसके लिए मंत्रालय ने 14 अगस्त 2019 को झारखंड सरकार को पत्र लिखकर केंद्र में प्रतिनियुक्ति पर भेजने की मांग की थी. इसके बार राज्य सरकार ने उन्हें रिलीव कर दिया था. शानदार रिकॉर्ड के मद्देनजर केंद्र सरकार ने उन्हें एनआईए आईजी की जिम्मेदारी सौंपी.